परिचय
नवरात्रि हिन्दू धर्म का एक प्रमुख त्यौहार है। जो देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा 9 दिनों तक धूम धाम से पालन किया जाता हैं।
इस पावन दिनों में लोग पूजा के साथ साथ व्रत (fast) भी रखते हैं। इसी दौरान नवरात्रि व्रत (navratri vrat) का विशेष महत्व है।
लेकिन इस दौरान अक्सर लोगों के मन में सवाल आता है कि नवरात्रि व्रत (navratri vrat) में क्या खाएं और किन चीज़ों से बचाव करना चाहिए।
व्रत के दौरान खाने-पीने का ध्यान रखना अत्यंत ज़रूरी है। Healthline के अनुसार, उपवास के दौरान सही पोषण लेने से ऊर्जा बनी रहती है और स्वास्थ्य बेहतर होता है।
इस ब्लॉग के आगे आप विस्तार से जानेंगे कि नवरात्रि व्रत में क्या खाएं और क्या न खाएं, साथ ही कुछ हेल्दी व्रत रेसिपी भी शेयर करेंगे।
नवरात्रि व्रत (navratri vrat) में क्या खाएं
नवरात्रि के दौरान व्रत में पोषणयुक्त और संतुलित आहार लेना अत्यंत ज़रूरी है। यहाँ कुछ चीज़ें बताया गया हैं जो आप व्रत में खा सकते हैं –
फल और ड्राय फ्रूट्स :
व्रत के दौरान फल और ड्राई फ्रूट्स हमारे शरीर के ऊर्जा और पोषण का एक बेहतरीन स्त्रोत है।
जो खा सकते है – केले, सेब, पपीता, अंगूर, नारियल, काजू, बादाम, किशमिश
ये सब आपके ऊर्जा के लिए बेहतर विकल्प है।
साबुत अनाज और व्रत वाले आटे के व्यंजन:
साबुत फलाहारी आटे (साबूदाना आटा, सिंघाड़ा आटा, कुट्टू आटा) से बनी पूरी या पराठा खा सकते हो।
साबूदाना खिचड़ी, आलू टिक्की भी खा सकते हो।
नवरात्रि व्रत में चपाती या पूड़ी तभी खा सकते हैं जब वह व्रत के आटे (सिंघाड़ा, कुट्टू, राजगिरा) से बनी हो।
डेयरी और प्रोटीन :
दूध, दही, पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट और मूँगफली या पनीर से बने व्यंजन नवरात्रि के व्रत के दौरान प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं।
ये शरीर को ऊर्जा, तृप्ति और पोषण देते हैं, जिससे कमजोरी महसूस नहीं होती।
तरल और हाइड्रेटिंग ड्रिंक :
व्रत के समय नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ या हल्की हर्बल टी पीना स्वास्थ के लिए बहुत अच्छा रहता है।
ये ड्रिंक शरीर को हाइड्रेट तो रखते ही हैं, साथ में पाचन में भी मदद करते हैं और थकान भी कम करते हैं।
इससे आप दिनभर हल्का और एनर्जेटिक महसूस करते है।
नवरात्रि व्रत (navratri vrat) में क्या न खाएं ??
नवरात्रि के व्रत में कुछ चीज़ें पूरी तरह से avoid करनी चाहिए, ताकि व्रत की भावना भी बनी रहे और स्वास्थ भी बनी रहे।
मांस और मछली
व्रत के समय मांस, मछली या अंडे का सेवन से दूर रहना चाहिए।
अनाज और गैर-फलाहारी आटे से बने व्यंजन
व्रत के दौरान चावल, गेहूं, बाजरा जैसे अनाज और रिफाइंड आटे से बनी रोटियां या ब्रेड नहीं खानी चाहिए।
इसके बदले फलाहारी आटा या व्रत में खाई जाने वाली चीजों का इस्तेमाल करना बेहतर होता है।
अधिक मसाले और तेल
व्रत के समय हल्का और आसानी से पचने वाला खाना खाना सबसे बेहतर रहता है।
ज्यादा तेल का उपयोग किया गया और ज्यादा मसालेदार चीज़ों से बचना चाहिए, वरना पेट में भारीपन लग सकता है और थकान भी बढ़ सकती है।
कैफीन और शराब
व्रत के दौरान कॉफी, चाय और शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
नवरात्रि व्रत (navratri vrat) के लिए हेल्दी और आसान रेसिपी :
साबूदाना का खिचड़ी
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए साबूदाना 3-4 घंटे भिगोकर रखें।
उसके बाद घी में जीरा, आलू और मूँगफली भूनें। इसमें साबूदाना, हरी मिर्च, नमक डालकर हल्का पकाएं। हरा धनिया और नींबू रस डालकर खाए।
यह खिचड़ी व्रत के समय आपको ऊर्जाबान रखने में बहुत मदद करता हैं।
सिंघाड़ा आटे की पूरी
आटे में सेंधा नमक और पानी मिलाकर नरम आटा गूंधें, लोइयां बनाकर बेलें और गरम तेल में सुनहरा तल लें। गरमा-गरम ही खाएं।
सिंघाड़े के आटे की पूरी व्रत में स्वाद और ऊर्जा का बेहतरीन स्त्रोत है।
फल-सलाद
फ्रूट-सलाद में केले, सेब, पपीता और अंगूर एक साथ मिलाकर बनाएं। यह आपको व्रत के दौरान एनर्जी और पोषण भी देता है।
नवरात्रि में सही और संतुलित आहार से हमारी शरीर को शक्ति मिलती ही है। साथ ही, आपके ध्यान और पूजा अनुभव को और बेहतर बनाने में मदद करता है।
इस पर विस्तार से जानने के लिए पढ़ें: Dhyan क्या है – 5 Amazing Facts और आसान मंत्र विधि
नवरात्रि व्रत (navratri vrat) के दौरान ध्यान रखने वाली बातें
व्रत में ध्यान रखने योग्य बातें :
दिन में कम से कम 2–3 लीटर पानी पिएं।
भारत सरकार की पोषण और स्वास्थ्य गाइड भी बताती है कि व्रत में पर्याप्त पानी और संतुलित आहार लेना कितना ज़रूरी है।
आसानी से पचने वाला हल्का भोजन ग्रहण करें।
व्रत के दौरान प्रोटीन और मिनरल्स पर्याप्त मात्रा में लें।
याद रखें, व्रत का मुख्य उद्देश्य आत्मा और मन की शुद्धि है — इसलिए भोजन में संतुलन बनाए रखें।
निष्कर्ष के तौर पर :
नवरात्रि व्रत (navratri vrat) केवल भोजन पर नियंत्रण नहीं है, बल्कि यह आत्मिक शुद्धि और अनुशासन का प्रतीक भी है।
संतुलित और सही आहार लेने से आपका शरीर स्वस्थ रहेगा और व्रत का आध्यात्मिक अनुभव भी गहरा होगा।
इस विषय को और समझने के लिए पढ़ें 👇 Auspicious 2025 की नवरात्रि तिथियाँ और पूजा विधियाँ – Complete गाइड